संसद में गूंजा महाकुंभ भगदड़ कांड, अखिलेश बोले- मृतकों का आंकड़ा बताए सरकार
Parliament Budget Session LIVE Updates: संसद के बजट सत्र 2025 का आज चौथा दिन है. अभी लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही जारी है. दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब आज लोकसभा में देंगे. राज्यसभा में पीएम मोदी गुरुवार को जवाब देंगे. उससे पहले महाकुंभ भगदड़ कांड संसद में गूंजा. अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा कि सरकार मृतकों का आंकड़ा जारी करेग. बजट सत्र अब तक काफी हंगामे वाला रहा है. सोमवार को भी संसद के बजट सत्र की शुरुआत हंगामे के साथ हुई. हाल ही में हुए महाकुंभ भगदड़ को लेकर विपक्ष ने चिंता जताई. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को केंद्रीय बजट 2025-26 पेश किया था. लोकसभा और राज्यसभा में इस पर तीखी बहस देखने को मिली. संसद के इस सत्र में कुल 16 बिल पेश किए जाने हैं, जिसमें वक्फ (संशोधन) विधेयक और आव्रजन और विदेशी विधेयक शामिल हैं. संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू हुआ. यह दो चरणों में चलेगा. पहला भाग 13 फरवरी को समाप्त होगा. दूसरा भाग 10 मार्च से शुरू होकर 4 अप्रैल तक चलेगा. तो चलिए जानते हैं ससंद के बजट सत्र की पूरी कार्यवाही.
Parliament Budget Session LIVE: तृणमूल कांग्रेस के नेता सौगत राय ने भी अखिलेश के सुर में सुर मिलाया. उन्होंने कहा कि महाकुंभ हादसे के लिए सरकार जिम्मेदार है. उन्होंने मणिपुर का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि मणिपुर पर राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कुछ नहीं कहा. हम चाहते हैं कि पीएम मोदी मणिपुर का दौरा करें.
अखिलेश यादव ने कहा कि चीन को लेकर कांग्रेस के भी सवाल हैं और हमारा भी है. भाजपा स्वीकार नहीं कर रही है कि चीन ने हमारी ज़मीन पर कब्ज़ा किया. लेकिन अगर खबर गलत है तो आप ऐसे चैनल और अखबार वालों को जेल भेज दो.
जनगणना पर क्या कहा?
वहीं, जनगणना पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह हमारा पुराना मसला है. जातीय जनगणना होनी चाहिये. पहले कांग्रेस भी इस पर साथ नहीं थी उस समय. हम आपके साथी हैं. इस मुद्दे पर हम आपके साथ और आगे चलकर भी आपका साथ देंगे. इस पर कोई तकरार नहीं है. हम आपके इंजन जैसे नहीं हैं. मुझे कभी कभी लगता है पीएम अपने लोगों को जितना समझाते हैं ये समझते नहीं है. आप भी जानकारी रखा करो. एक इंजन ने दूसरे इंजन को नमस्कार नहीं किया था जानकारी हो तो.
Parliament Budget Session LIVE: अखिलेश यादव ने कहा कि दिल्ली में चुनाव है. मैंने राष्ट्रपति जी के अभिभाषण में सुना कि मेट्रो की दूरी दोगुनी कर दी गई है लेकिन कभी आपने क्योटो, वेनिस का नाम सुना है? जिसको क्योटो बनाने का सपना देखा था 10 साल हो गए अभी तक मेट्रो का वहां विस्तार नहीं कर पाए. उनका इशारा बनारस में मेट्रो को लेकर था. उन्होंने कहा कि जितनी भी मेट्रो यूपी में अभी चल रही है, सब सपा दी देन है, जो जो काम हमने मनमोहन जी को दिये थे वो पूरे हुए. जो दिल्ली में मेट्रो बना रहे हैं, वो बनारस में क्यों नहीं बना पा रहे? दिल्ली का विकास अपने आप हो जाएगा, बस भाजपा की दिल्ली वाली सरकार हस्तक्षेप करना बंद कर दे.
Akhilesh Yadav Speech: लोकसभा में अखिलेश यादव ने डबल इंजन सरकार का नाम लेकर योगी सरकार और केंद्र की भाजपा सरकार को घेरा. अखिलेश यादव ने महाकु्ंभ भहदड़ पर कहा कि एक तरफ तो ये लोग डिजिटल-डिजिटल कहते थकते नहीं हैं, मगर जब ये हादसा हो गया तो ये सरकार डिजिट नहीं दे पा रही है. हमारे अपने लोग मारे गए हैं. परिवार का हर रिश्ता दिवंगत हुआ है. आंकड़े तो अबतक नदारद हैं. जो खोया पाया केंद्र था, उसको भी लोग ढूंढ नहीं पा रहे हैं. साक्ष्य छिपाना और मिटाना भी अपराध है, इसका दंड कौन भुगतेगा? जहां इंतजाम होना चाहिए था, वहां प्रचार हो रहा था.
Akhilesh Yadav Speech in Lok Sabha: अखिलेश की लोकसभा में भाषण की अहम बातें
-महाकुंभ में मरने वालों का आंकड़ा बताए सरकार.
-महाकुंभ मामले पर सर्वदलिय बैठक हो.
-खोये लोगों का आंकड़ा संसद में पेश किए जाएं.
-जिन्होंने सच छिपाया, उन अधिकारियों पर एक्शन हो.
-अगर अपराध नहीं तो आंकड़े क्यों छिपाए गए
-इंतजाम की जगह प्रचार हो रहा था
-आंकड़े छिपाए और क्यों दबाए जा रहे हैं?
-तय समय पर शाही स्नान नहीं हो पाया.
-कुंभ में शाही स्नान की परंपरा टूटी
-यूपी के सीएम ने शोक प्रकट नहीं किया. जब पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने शोक प्रकट किया, उसके बाद सच स्वीकार किया.
-कुंभ में प्रबंधन की जिम्मेदारी सेना को दी जाए.
-जहां लाशें पड़ी हों वहां हैलिकॉप्टर से फूल बरसाए जा रहे हैं-
-जब लगा बदबू आने लगी तो ट्रैक्टर से हटाने लगे.
-कुछ दबाव दिये जा रहे हैं कि खबरें बाहर न आ जाएं
Parliament Budget Session LIVE: अखिलेश यादव ने कहा कि मैं महाकुंभ भगदड़ में मृतकों के प्रति मौन व्यक्त करने के लिए 2 मिनट का वक्त लेना चाहता हूं. स्पीकर महोदय, 2 मिनट श्रद्धांजलि के लिए यह अधिकार आपका है. मेरा नहीं. मैं महाकुंभ के बारे में बाद में कहना चाहता था. बहुत से लोग यह सुन नहीं सकते हैं. इसलिए मैं बात वहीं से शुरू करता हूं. बजट पर आंकड़े से पहले महाकुंभ में मरने वालों का आंकड़ा भी दे. सरकार बताए कि महाकुंभ में कितने लोग मरे. महाकुंभ में कैसे इंतजाम हैं, इसके के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाइए. महाकुंभ आपदा प्रबंधन और खोया-पाया केंद्र की जिम्मेदारी सेना को दी जाए. भोजन पानी की उपलब्धता पेश की जाए. महाकुंभ के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई हो, जिन्होंने सच छिपाया. डबल इंजन की सरकार से सवाल है कि अपराध बोध नहीं था तो मृतकों के आंकड़े क्यों छिपाए. जहां इतंजाम होना चाहिए था, वहां प्रचार हो रहा था. यह अशोभनीय है. इतने बड़े हादसे के बाद अब तो वो होर्डिंग उतरवा दीजिए. महाकुंभ न केवल 144 साल के लिए कहा गया. बल्कि पहली बार धरती पर इस तरह का डिजिटल और आधुनिक चीजों का इस्तेमाल करके महाकुंभ हो रहा है.