खरबूजे और तरबूज में कर दें इस दवा का छिड़काव, शहद जैसे मीठे निकलेंगे फल!
सहारनपुर. सहारनपुर के किसान अलग-अलग प्रकार की सब्जियों व फलों की खेती करते हैं, लेकिन सहारनपुर के कुछ किसान इससे हटकर खरबूजा और तरबूज की खेती करना भी काफी पसंद कर रहे हैं. हालांकि किसानों के सामने एक बड़ी समस्या आ रही है कि उनके फल का रंग फीका पड़ रहा है और मिठास भी कम निकल रही है. ऐसे में किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. आज हम बताएंगे कि उनके लगाए गए खरबूजे और तरबूज को मीठा कैसे किया जा सकता है, जिससे उन्हें मार्केट में उनके अच्छे दाम मिल सकें.
कृषि वैज्ञानिक ने बताए उपाय
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी व प्रोफेसर डॉक्टर आई.के. कुशवाहा बताते हैं कि 70% फसल की प्रजाति पर निर्भर करता है, जबकि 30% कुछ ऐसे तत्व होते हैं जिनका इस्तेमाल करने से फल का रूप, रंग और स्वाद बदल जाता है. खरबूजे और तरबूज की फसल लगाने से पहले गोबर में जिंक, सल्फर, बोरान, मैग्नीशियम जैसे तत्व मिलाकर बुवाई करें.
अगर किसी किसान ने ऐसा नहीं किया है तो वह अपनी फसल पर फल तोड़ने से 15 से 20 दिन पहले तीन छिड़काव कर सकते हैं, जिससे फल मीठा, रंग लाल और स्वाद लाजवाब हो जाएगा. इसमें पहला छिड़काव जिंक, मैग्नीशियम, बोरान का करें, दूसरा छिड़काव सल्फर और पोटाश का करें और तीसरा छिड़काव फास्फोरस और पोटाश का करें। इसके बाद आपका फल मार्केट में दौड़कर बिकेगा.
vऊपर बताए गए तत्वों को फसल में डाल देंगे तो फसल मीठी हो जाएगी लेकिन इसका सही तरीके से इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है. जब भी आप खरबूजे और तरबूज की फसल की रोपाई करें तो उसमें गोबर की खाद में जिंक, सल्फर, बोरान और मैग्नीशियम मिलाकर डालें. वहीं अगर छिड़काव की बात करें तो फसल तोड़ने से 15 से 20 दिन पहले तीन बार छिड़काव करना जरूरी होता है. ये तीनों ऊपर बताए गए छिड़काव हैं. इससे आपकी फसल के मीठे और लाल होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाएगी.