सुल्तानपुर : कोतवाल ने अपने हाथों फाड़ी वर्दी, कांग्रेसियों से धक्का-मुक्की और हाथापाई, एक का मुंह फूटा
सुल्तानपुर में बुधवार को कांग्रेस नेताओं और कोतवाल नारद मुनि सिंह के बीच जमकर नोकझोंक हुई। नौबत धक्का-मुक्की और हाथापाई तक आ गई। आरोप है कि कोतवाल ने जिला उपाध्यक्ष तेज बहादुर पाठक का कालर पकड़कर घसीटा। इससे उनका कुर्ता फट गया। राष्ट्रीय मीडिया कोआर्डिनेटर राजेश तिवारी का होंठ फट गया। उन्होंने कहा- कोतवाल ने चेहरे पर मुक्का मारा है।
इससे हालात बेकाबू हो गए। कांग्रेसी जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। नेताओं ने बदसलूकी का आरोप लगाया तो कोतवाल ने सबके सामने अपने हाथों से वर्दी फाड़ दी। एसडीएम सदर विपिन द्विवेदी, सिटी मजिस्ट्रेट ठाकुर प्रसाद, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट समेत सीओ सिटी प्रशांत सिंह ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया।
घटनाक्रम से जुड़े वीडियो भी सामने आए हैं। कांग्रेसी खाद की किल्लत को लेकर डीएम को ज्ञापन देने पहुंचे थे। करीब 2 घंटे चले हंगामे के बाद अफसरों ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया तो मामला शांत हुआ।
सुल्तानपुर में एक नवंबर को आई रैक में 960 एमटी डीएपी और 461 एमट एनपीके खाद समितियों पर भेजी गई थी। लेकिन इस समय दोनों ही खाद समितियों पर नहीं है। नैनो यूरिया और नैनो डीएपी उपलब्ध है, लेकिन किसान खाद का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं।
खाद की किल्लत को मुद्दा बनाकर कांग्रेस कमेटी कार्यालय से जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व में पोस्टर-बैनर लेकर 20-25 की संख्या में कार्यकर्ता पैदल कलेक्ट्रेट की ओर रवाना हुए। दोपहर 12 बजे सभी कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे तो गेट बंद पाया।
डीएम से मुलाकात के लिए गेट खोलने को कहा, तो पुलिस ने इनकार कर दिया। इसके बाद सभी कलेक्ट्रेट गेट पर ही जमीन पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। सूचना पर नगर कोतवाल नारद मुनि सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। उन्होंने कांग्रेसियों को गेट के सामने से उठने के लिए कहा तो कहासुनी और धक्का-मुक्की होने लगी।
जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मारपीट और कपड़े फाड़ने का आरोप लगाया तो नगर कोतवाल ने ऑन कैमरा ही अपनी वर्दी फाड़ दी। बाद में अधिकारियों ने पहुंचकर मामले को शांत कराया। दोपहर करीब 2 बजे अधिकारियों के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ। अभिषेक सिंह ने बताया- किसानों को डीएपी पाने के लिए सुबह 3 बजे से लंबी लाइन लगानी पड़ती है, लेकिन फिर भी खाद नहीं मिल पाती। कई समितियां बीज वितरण के लिए बंद पड़ी हैं, जिससे किसान परेशान हैं। धान खरीद के केंद्र भी सुचारु रूप से काम नहीं कर रहे।
सीओ सिटी प्रशांत सिंह ने बताया कि मामले में जांच शुरू कर दी गई है। सीसीटीवी फुटेज समेत उपलब्ध वीडियो साक्ष्यों को देखा जा रहा है। समग्र रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।