बुलंदशहर : गंगास्नान के दौरान तीन बहनों सहित चार डूबे
बुलंदशहर के अनूपशहर कस्बे के मस्तरामघाट पर गंगास्नान के दौरान गहरे जल और तेज बहाव की चपेट में आकर मामा मिथिलेश अपनी तीन भांजियों सहित डूब गए। चार श्रद्धालुओं को गंगा में डूबता देख वहां मौजूद गोताखोरों व नाविकों और पीएसी फ्लड प्लाटून के जवानों ने साहस दिखाते हुए मामा मिथलेश व भांजी चंचल व करिश्मा को बचाने में कामयाबी हासिल की। लेकिन दीपिका उम्र 17साल गंगा की लहरों में गायब हो गयी है। हादसे की जानकारी मिलते ही एसडीएम नवीन कुमार ने लेखपाल अशोक सैनी व पुलिस को मौके पर भेज रेस्कयू शुरू कराया।
स्नान के दौरान डुबे चारों
गोताखोरों द्वारा दीपिका की तलाशी की जा रही है। राजघाट से भी प्रशासन गोताखोर बुलाये हैं। स्याना तहसील के गांव वामनपुर निवासी दीपिका, चंचल व करिश्मा तीनों बहनेंअपने मामा मिथलेश निवासी गांव टिटौटा के साथ अनूपशहर के मस्तरामघाट पर गंगास्नान के लिये आयी हुई थीं।
नहाने के दौरान सभी गहरे जल में पहुंच गये और डूबने लगे। जिनमें से मामा मिथलेश व दो बहनों चंचल व करिश्मा को बचा लिया गया है।जबकि दीपिका लापता हो गयी। मस्तरामघाट पर डूबने के हादसों की घटना में इजाफा हो गया है।
सवा महीने में डूबे 7 लोग, पांच की मौत
मई व जून माह में अब तक सात श्रद्धालुओं के डूबने के हादसे हुए हैं। जिनमें से पांच मस्तरामघाट पर ही डूबे हैं तथा एक गंगापुल से तथा एक बबस्टरगंज घाट पर डूबा है। बबस्टरगंज घाट पर चार जून को डूबे अमरबाबू का भी अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। 16जून को गंगा दशहरा पर्व बड़ा गंगास्नान होने वाला है। यदि प्रशासन द्वारा कोई प्रभावी कार्ययोजना नहीं बनायी गयी तो हादसों की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।