उत्तर भारत में जानलेवा हुआ कोहरा, सड़क हादसों से मुश्किल में फंसी जान
दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली सहित पूरा उत्तर भारत इस वक्त घने कोहरे की चपेट में है. आलम यह है कि कुछ स्थानों पर विजिबिल्टी शून्य तक पहुंच गई है. पंजाब, हरियाणा, उत्तर-प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों पर घरे कोहरे की चादर छाई हुई है. लगातार बढ़ती धुंध अब जानलेवा हो चली है. लगातार हादसों की खबरें सामने आ रही हैं. आगरा हाइवे पर बीते दिनों छह वाहन कोहरे के चलते आपस में टकरा गए, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश में बुधवार तक कोहरे के चलते सड़क हादसों में कुल 6 लोगों की मौत हो चुकी है. यह हादसे उन्नाव, लखनऊ, बागपत में हुए. उधर, हरियाणा भी धुंध के चलते सड़क हादसों से अछूता नहीं है. रोहतक-सोनीपत हाइव पर दो बसें आपस में टकरा गई, जिसमें 14 लोग घायल हो गए. उत्तर भारत में लगातार ठंड भी बढ़ती जा रही है. हालांकि मौसम विभाग की माने तो अभी भी यहां शीतलहर जैसी स्थित नहीं आई है. बताया गया कि नए साल की शुरुआत में उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ने वाली है.
हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर कब दिल्ली-एनसीआर सहित पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लोगों को इस घरे कोहरे से राहत मिलेगी. मौसम विभाग की तरफ से इसपर बड़ा अपडेट दिया गया है. बताया गया कि अगले दो दिन यानी 29 और 30 दिसंबर तक इससे राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है. 31 दिसंबर के बाद घरे कोहरे की स्थिति में गिरावट आ सकती है. दरअसल, 31 तारीख से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की स्थिति बन रही है, जिसके चलते इन राज्यों में बारिश संभव है. बारिश की दस्तक के साथ उत्तर भारत में शीत लहर की स्थिति होगी. हालांकि इसके चलते लोगों को कोहरे से राहत जरूर मिल जाएगी.