महाकुंभ आएं तो प्रयागराज की इन खास जगहों पर जरूर जाएं
दिल्ली । प्रयागराज में महाकुंभ मेला शुरू होने में अब केवल तीन दिन बाकी हैं। इस दौरान लाखों श्रद्धालु पवित्र संगम स्थल पर आकर आस्था की डुबकी लगाएंगे। ऐसे में अगर आप भी महाकुंभ मेला देखने या भाग लेने की योजना बना रहे हैं, तो इस पावन अवसर पर आप प्रयागराज के इन ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का भी आनंद उठा सकते हैं
त्रिवेणी संगम- गंगा, यमुना और सरस्वती का पवित्र मिलन
प्रयागराज का त्रिवेणी संगम एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का संगम होता है। इसे मोक्षदायी स्थान माना जाता है, जहां श्रद्धालु स्नान करके अपने पापों से मुक्ति की प्राप्ति करते हैं। यह स्थल महाकुंभ और अर्धकुंभ जैसे ऐतिहासिक आयोजन का केंद्र भी है।
बड़े हनुमान मंदिर- आस्था का प्रमुख केंद्र
प्रयागराज स्थित बड़े हनुमान मंदिर अपनी विशाल और अनोखी लेटी हुई हनुमान जी की प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। गंगा तट के पास स्थित यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है, जहां कुंभ मेला और अन्य पर्वों के दौरान भारी भीड़ उमड़ती है।
इलाहाबाद संग्रहालय- भारतीय इतिहास, कला का खजाना
इलाहाबाद संग्रहालय, प्रयागराज का प्रमुख सांस्कृतिक और ऐतिहासिक केंद्र है, जो भारत की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करता है। यहां प्राचीन मूर्तियां, पांडुलिपियां, ऐतिहासिक हथियार और नेहरू परिवार से जुड़े दस्तावेज प्रदर्शित किए गए हैं। यह स्थल इतिहास और कला प्रेमियों के लिए आदर्श स्थल है।
आनंद भवन- स्वतंत्रता संग्राम की ऐतिहासिक धरोहर
प्रयागराज का आनंद भवन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता पंडित जवाहरलाल नेहरू का पारिवारिक निवास है। यहां नेहरू परिवार की ऐतिहासिक धरोहर और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी यादें संरक्षित हैं। यह स्थल अब एक संग्रहालय के रूप में जनता के लिए खुला है, जहां भारत के इतिहास को महसूस किया जा सकता है।
खुसरो बाग- वास्तुकला, शाही इतिहास
प्रयागराज में स्थित खुसरो बाग मुग़ल सम्राट शाहजहां के बेटे खुसरो की समाधि स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। इस बाग की वास्तुकला और शाही मुग़ल काल की सुंदरता आज भी पर्यटकों को आकर्षित करती है।