छत्तीसगढ़ में पत्रकार हत्याकांड : गिरफ्तार ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का पंजीकरण निलंबित
दिल्ली । छत्तीसगढ़ लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने राज्य के बीजापुर जिले में एक पत्रकार की हत्या के मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का पंजीकरण निलंबित कर दिया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मुख्य अभियंता पीडब्ल्यूडी बस्तर सर्कल, जगदलपुर ने सुरेश चंद्राकर का पंजीकरण निलंबित करने की सिफारिश की थी।
उन्होंने बताया कि सुरेश चंद्राकर का विभाग में पंजीकरण ‘ए’ श्रेणी के ठेकेदार के रूप में था। उन्होंने बताया कि सिफारिश के आधार पर विभाग ने सोमवार को उसका पंजीकरण रद्द कर दिया। पुलिस ने बताया कि पत्रकार की हत्या के बाद से फरार सुरेश को पांच जनवरी की रात हैदराबाद से विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने बताया कि सुरेश के भाई रितेश चंद्राकर और दिनेश चंद्राकर तथा सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके को पहले ही मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। फ्रीलांस पत्रकार मुकेश चंद्राकर (33) एक जनवरी को लापता हो गए थे। पुलिस ने उनका शव तीन जनवरी को बीजापुर शहर के चट्टानपारा बस्ती में सुरेश चंद्राकर की संपत्ति पर बने एक सेप्टिक टैंक से बरामद किया था।
बीजापुर में सड़क निर्माण कार्य में कथित भ्रष्टाचार को उजागर करने वाली एक खबर को मुकेश चंद्राकर की हत्या के पीछे की वजह बताया जा रहा है। खबर 25 दिसंबर को एनडीटीवी पर दिखायी गई थी। उस निर्माण कार्य का संबंध ठेकेदार सुरेश चंद्राकर से था। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने दावा किया था कि सुरेश चंद्राकर कांग्रेस नेता है। हालांकि, विपक्षी दल ने दावा किया कि आरोपी हाल ही में राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुआ था।