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ब्रह्म मुहूर्त : अर्थात सुबह 4 बजे का समय, बहुत ही विशेष और शक्तिशाली : Premanand Maharaj

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दिल्ली ।  प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त, अर्थात सुबह 4 बजे का समय, बहुत ही विशेष और शक्तिशाली होता है। इस समय उठने से न केवल शारीरिक तंदुरुस्ती बनी रहती है, बल्कि मानसिक शांति और सुख भी प्राप्त होता है। महाराज के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त में उठता है तो उसका शरीर किसी भी प्रकार की बीमारी से बचा रहता है, क्योंकि यह समय शरीर और मन के लिए अत्यधिक लाभकारी होता है।

ब्रह्म मुहूर्त में भजन का महत्व
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, सुबह 4 बजे से 6 बजे तक का समय विशेष रूप से शक्तिशाली होता है और इस समय भगवान का भजन करना अत्यंत फलदायी होता है। वे कहते हैं कि यदि ब्रह्म मुहूर्त में कोई व्यक्ति सोता है तो वह अपने जीवन में ब्रह्मचर्य की विशेषता से वंचित रह जाता है, और मानसिक विकारों का शिकार हो सकता है। यह समय आत्मनिर्भरता और मानसिक संतुलन प्राप्त करने के लिए सर्वोत्तम होता है।

ईश्वर और गुरु का स्मरण
प्रेमानंद जी बताते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त में उठते ही पहले हमें ईश्वर या गुरुजनों का स्मरण करना चाहिए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए। इसके बाद, गुरुमंत्र का जाप करना और स्नान आदि के बाद श्रीजी की मंगल आरती करना चाहिए। यह न केवल दिन की अच्छी शुरुआत करता है, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है। इस समय की उपासना से भगवान की कृपा प्राप्त होती है और आत्मा को शांति मिलती है।

सुबह के समय का महत्व
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, सुबह का समय विशेष रूप से मंगलमयी होता है और इसे शयन का समय नहीं मानना चाहिए। सुबह के समय में न सोना और इस समय का सदुपयोग करना चाहिए। वे इसे जीवन में सफलता और समृद्धि प्राप्त करने का एक अनिवार्य अंग मानते हैं। ब्रह्म मुहूर्त में उठकर जब हम ईश्वर का स्मरण करते हैं और उनका भजन करते हैं, तो यह न केवल हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि हमें जीवन में प्रगति और सफलता की राह पर भी आगे बढ़ाता है।

राधे राधे और कृष्ण मंत्र का जाप
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त में ‘राधे राधे’ का नाम जप करना या ‘ऊं कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने’ का जाप करना अत्यंत लाभकारी होता है। ये मंत्र न केवल मानसिक शांति और आत्मिक संतोष प्रदान करते हैं, बल्कि व्यक्ति को आध्यात्मिक उन्नति की ओर भी ले जाते हैं। यह आदत जीवन में सफलता की कुंजी बन सकती है, क्योंकि जब हम नियमित रूप से भगवान के नाम का जाप करते हैं, तो हमारे जीवन में समृद्धि और खुशहाली का आह्वान होता है।

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