मथुरा : राधा-कृष्ण को रंग-गुलाल लगाया; महिलाओं ने लाठियों को तेल से भिगोया
मथुरा, रमण रेती आश्रम में गुरुवार को साधु-संतों ने 5 क्विंटल फूलों से होली खेली। पहले भगवान राधा-कृष्ण के स्वरूप को रंग और गुलाल लगाया। फिर राधा-कृष्ण की पूजा-अर्चना की। इसके बाद होली शुरू हुई। थोड़ी देर में ही पूरा आश्रम अबीर और रंगों से सराबोर नजर आया। इस दौरान साधु-संत ‘आज बिरज में होली रे रसिया’ गाने पर झुमते हुए नजर आए।
दूसरी तरफ, बरसाना की लट्ठमार होली के लिए हुरियारिन तेल से भिगोकर लाठियां तैयार कर रही हैं। नए-नए कपड़े सिलवा रही हैं। टेसू के फूलों से रंग भी बनाया जा रहा है। गर्म पानी और टेसू के फूलों में चूना मिलाया जाता है और इसे लगातार गर्म किया जाता है। इस तरह से टेसू के फूलों के रंग होली के लिए तैयार किए जा रहे हैं।
बरसाना की लट्ठमार होली है विश्व प्रसिद्ध
ब्रज की होली सभी जगह से निराली है, मगर सबसे ज्यादा राधा-रानी की नगरी बरसाना की विश्व प्रसिद्ध लट्ठमार होली प्रसिद्ध है। यहां नंदगांव से कृष्ण के सखा के रूप में आने वाले हुरियारों के साथ राधा रानी की सखियां रूपी हुरियारिन लट्ठमार होली खेलती हैं। द्वापर युग से चली आ रही यह परंपरा हर साल होली से पहले नवमी को बरसाना में निभाई जाती है।
लाठी चलाने के लिए ताकत हो…खा रहीं दूध, दही और मेवा
लट्ठमार होली के दौरान हुरियारिन नंदगांव से आए हुरियारों पर लाठियों से वार करती हैं। हुरियारे अपने साथ लाई ढाल से खुद की रक्षा करते हैं। परंपरा के मुताबिक, हुरियारिन लाठियों को तेजी से चलाने के लिए ताकत हो। इसलिए दूध, दही, मक्खन और मेवा खा रही हैं।
500 किलो टेसू के फूलों से तैयार किया जा रहा रंग
बरसाना में लट्ठमार होली के दौरान शुद्ध और देसी रंगों का उपयोग किया जाता है। इसके लिए यहां टेसू के फूलों से रंग तैयार किए जा रहे हैं। रंग तैयार करने के लिए 500 किलो टेसू के फूल मंगाए गए हैं। इन फूलों को श्री जी मंदिर की छत पर गर्म पानी में डाला जाता है। इसके बाद गर्म पानी और टेसू के फूलों में चूना मिलाया जाता है।
इसे लगातार गर्म किया जाता रहता है। इस तरह से तैयार होने वाले टेसू के फूलों के रंगों से होली खेली जाती है। ये रंग त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाते।
लट्ठमार होली की तैयारी में जुटा प्रशासन
बरसाना की लट्ठमार होली देखने के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो, इसके लिए प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है। व्यवस्थाओं में कोई कमी न हो, इसके लिए DM से लेकर कमिश्नर तक बरसाना का दौरा कर रहे हैं। अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे हैं।