दिसंबर में सिपाही भर्ती का रिजल्ट…6 महीने में नौकरी:जनवरी में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, इस हफ्ते आएगी ANSWER-KEY
यूपी सिपाही के लिए 60 हजार 244 पदों पर भर्ती के लिए हुई लिखित परीक्षा का रिजल्ट दिसंबर के अंत तक आ जाएगा। भर्ती बोर्ड के अधिकारियों का कहना है, भर्ती की प्रक्रिया पूरी होने में कम से कम 6 महीने का समय लगेगा। बोर्ड परीक्षा की आंसर-की इसी हफ्ते वेबसाइट पर अपलोड कर देगा। लिखित परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद जनवरी तक डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन और फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट होगा।
भर्ती बोर्ड के अधिकारियों ने बताया, लिखित परीक्षा के जो नतीजे आएंगे, उनसे आरक्षण के अनुसार मेरिट तय करके ढाई गुना लोगों को डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन और फिजिकल टेस्ट (DV-PST) के लिए बुलाया जाएगा। यानी डेढ़ लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों को DV-PST के लिए बुलावा भेजा जाएगा।
भर्ती बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि DV-PST जोनल मुख्यालय पर होगा। अभ्यर्थियों को उसके नजदीकी जोनल मुख्यालय पर दौड़ और अन्य फिजिकल मापदंडों की जांच के लिए बुलाया जाएगा। जो दूसरे राज्य के अभ्यर्थी हैं, उन्हें उनके राज्य के नजदीक जो जोन पड़ेगा, वहां बुलाया जाएगा। मसलन बिहार के अभ्यर्थियों को गोरखपुर और वाराणसी, राजस्थान के अभ्यर्थियों को आगरा, हरियाणा और पंजाब के अभ्यर्थियों को मेरठ बुलाया जाएगा।
ट्रेनिंग के लिए करना पड़ेगा इंतजार
बताया जा रहा है, भर्ती पूरी होने में कम से कम 6 महीने का और समय लगेगा। भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रशिक्षण में भी लंबा समय लगेगा। क्योंकि प्रदेश सरकार के पास उतने संसाधन नहीं हैं कि इतनी बड़ी संख्या में सिपाहियों को एक साथ प्रशिक्षित कर सके। इसके लिए कम से कम तीन चरणों में व्यवस्था करनी होगी।
अभी 12 हजार को ट्रेनिंग देने की क्षमता है
प्रदेश सरकार के पास पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण के लिए क्षमता करीब 12 हजार की है। इसके लिए 11 पुलिस प्रशिक्षण केंद्र, कॉलेज और स्कूल हैं। इसके अलावा विभिन्न PAC बटालियन को मिलाकर कुल 103 इकाइयां हैं, जहां पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाता है। ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में चयनित अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण देना चुनौती होगी।
हिंदी भाषी राज्यों की ली जा सकती है मदद
सूत्रों का कहना है, पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण कम समय में पूरा कराने के लिए हिंदी भाषी राज्यों की भी मदद ली जाएगी। इसमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के अलावा अर्धसैनिक बलों की बटालियन में भी प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा सकती है।
इससे पहले 2018 में 49 हजार 568 सिपाहियों की भर्ती हुई थी। उस समय न सिर्फ दूसरे राज्यों के प्रशिक्षण केंद्रों की मदद ली गई, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के प्रशिक्षण केंद्रों पर भी ट्रेनिंग दी गई।