वृंदावन : कैसे होंगे प्रेमानंद महाराज के दर्शन, क्या हैं आश्रम के नियम?
वृंदावन, मथुरा के वृंदावन में रहने वाले प्रेमानंद महाराज से आजकल हर कोई मिलना चाहता है. इसमें नेता, अधिकारी और सेलिब्रिटी से लेकर आम जनता भी शामिल हैं. अगर आप भी उनसे मिलना चाहते हैं, तो यहां जानें उनसे मिलने का आसान तरीका. प्रेमानंद महाराज किसी परिचय के मोहताज नहीं है. उनके सत्संग को करोड़ों लोग सोशल मीडिया पर सुनते हैं, तो उनसे मिलने के लिए लाखों लोग देर तक तक इंतजार करते हैं. महाराज से मिलने के लिए बड़े बड़े नेता, बॉलीवुड एक्टर, क्रिकेटर समेत तमाम हस्तियां मिलने आती हैं.
अगर आप प्रेमानंद महाराज के दर्शन करना चाहते हैं, तो आपको हर रात करीब 2:30 बजे उनके आश्रम श्री राधाकेली कुंज के पास पहुंचना पड़ेगा. वह वह रोजाना अपने निवास स्थान से आश्रम पैदल चल कर आते हैं. प्रेमानंद महाराज का आश्रम इस्कॉन मंदिर के पास परिक्रमा रोड पर भक्तिवेदनता हॉस्पिटल के ठीक सामने है. हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु महाराज उनके दर्शन के लिए आते हैं.
अगर आपको अगर प्रेमानंद महाराज का सत्संग सुनने के साथ उनके दर्शन के लिए आपको दो दिन का समय लगेगा. आश्रम में हर दिन सुबह 9:30 बजे महाराज के शिष्यों द्वारा अलग अलग टोकन प्रदान किए जाते है. आप इसी टोकन की मदद से अगले दिन महाराज के दर्शन कर सकते हैं. उनसे मिलने के लिए आधार कार्ड लाना अनिवार्य है. अकेले में बातचीत का टोकन मिलने के बाद आपको अगले दिन सुबह 6:30 बजे आश्रम आना होगा. इसके बाद आप करीब एक घंटे तक आश्रम में महाराज से प्रश्न कर सकते हैं. अगर आप प्रेमानंद महाराज के एकांतिक वार्तालाप में शामिल न हो पाएं, तो निराश नहीं हों. इसके बाद उसी दिन आपको 7:30 बजे का टोकन प्रदान किया जाएगा. इससे आप महाराज को प्रणाम कर दर्शन कर सकते हैं.