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वाराणसी : एफआईआर नहीं लिखी तो भाजपाइयों ने थाना घेरा, दरोगा का कॉलर पकड़ने की कोशिश, पुलिस मुर्दाबाद के नारे

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वाराणसी, चितईपुर थाने में बीएचयू कर्मी की रिपोर्ट नहीं लिखने पर भाजपा नेताओं ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सोमवार की रात थाने में जुटे सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने जमकर हंगामा किया। करीब 5 घंटे तक थाना परिसर में पुलिस मुर्दाबाद के नारे गूंजते रहे। भाजपा नेता SO को तत्काल हटाने की मांग पर अड़े रहे।

इससे पहले कुछ भाजपा पदाधिकारियों ने रिपोर्ट नहीं लिखने वाले दरोगा का कॉलर पकड़कर घसीटने का भी प्रयास किया। कमरे में घुसकर खरी खोटी सुनाई। थाने के पुलिसकर्मियों ने भाजपा नेताओं को धक्का देकर बाहर निकाला तो सभी वहीं धरने पर बैठ गए। महापौर अशोक तिवारी और पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण ने थाने पहुंचकर भाजपा नेताओं को समझाया लेकिन कार्रवाई के बिना कोई मानने को तैयार नहीं हुआ। जानकारी के लिए बता दें कि बीते 24 घंटे में वाराणसी में पुलिस के साथ बदसलूकी की यह दूसरी घटना सामने आई है। इससे पहले गोदौलिया चौराहे पर दरोगा को पीटने का वीडियो वायरल हुआ था।

घटना के बाद सपा कांग्रेस ने ट्वीट सरकार पर निशान साधा था। मंगलवार को आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने भी तीन दिन कार्रवाई की मांग की। उन्होने मंगलवार को यूपी के डीजीपी, एसीएस होम तथा मुख्य सचिव को पत्र लिखा। अमिताभ ने कहा कि कार्रवाई न की गई तो वाराणसी के पुलिस कमिश्नर को हटाने की मांग की।

थानाध्यक्ष चितईपुर के खिलाफ मोर्चा खुला तो थानेदार से पीड़ित कई नेता और स्थानीय लोग भी समर्थन में थाने पहुंच गए। सोमवार रात करीब 8 बजे शुरू हुआ हंगामा हर घंटे बढ़ता गया और भीड़ जुटती गई। भाजपा कार्यकर्ता पुलिस-प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे तो बड़े नेता उन्हें मना करने में जुटे थे।

आक्रोशित भाजपा नेताओं को समझाने का प्रयास आधी रात तक जारी रहा, पुलिस विरोधी नारों के बीच सभी थानेदार के निलंबन पर अड़े थे। जेसीपी से वार्ता और आश्वासन के बाद लगभग एक बजे मामला समाप्त हुआ लेकिन लोग यह कहकर लौटे कि कार्रवाई नहीं हुई तो प्रदर्शन करेंगे।

वाराणसी के करमाजीतपुर निवासी राजेंद्र सिंह पटेल BHU में कर्मचारी हैं और अपने मकान में रहते हैं। राजेंद्र सिंह पटेल के अनुसार, पड़ोस में रहने वाले लोगों ने उनके बेटे के साथ मारपीट की, उनकी पत्नी पर भी हमला बोल दिया।

पड़ोसियों ने घर में घुसकर उत्पात मचाया। लाठी-डंडा और चाकू से किए हमले में घायल उनके घर के विनीत सिंह, अंकित सिंह और कृष्ण सिंह को इलाज कराने की जगह पुलिस थाने ले गई।

तमाम गुहार लगाने के बावजूद न दवा दिलाई न ही अस्पताल ले गए। 2 घंटे तक चितईपुर थाने पर ही उन्हें बैठाया गया। इसकी वजह से घायल अंकित सिंह चितईपुर थाने पर ही बेहोश होकर गिर गया। पुलिस पर यह भी आरोप है कि उन्होंने पीड़ित पक्ष की तहरीर पर मुकदमा नहीं लिखा।

इसके बाद राजेंद्र सिंह ने स्थानीय पार्षद और भाजपा नेता अशोक पटेल, अभिषेक मिश्रा, शत्रुधन पटेल, विक्रम विज, मंचल मिश्र, राकेश पटेल को मामले की जानकारी दी। उनके साथ ही इलाके के पार्षद और भाजपा कार्यकर्ता भी चितईपुर थाने पहुंच गए।

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