स्पा सेंटर्स की आड़ में सेक्स-रैकेट का धंधा
लखनऊ के विभूति खंड जैसे पॉश इलाके में एक नहीं ऐसे 24 अवैध स्पा सेंटर चल रहे हैं। इनके ऑनर ऑफिस के नाम पर पहले रूम किराए पर लेते हैं। फिर स्पा सेंटर के नाम पर सेक्स रैकेट चलाते हैं। वे यहां काम करने वाली लड़कियों को कॉलेज गोइंग बताते हैं। ताकि रेट हाई मिले। कॉलेज की लड़कियों के नाम पर एक्स्ट्रा सर्विस भी दी जाती हैं। इनमें ऑन डिमांड बुकिंग, क्लब और पार्टी के नाम पर भी बुकिंग करते हैं।
रिपोर्टर कस्टमर बनकर विभूति खंड के नमस्ते स्पा सेंटर पहुंचा। यहां मैनेजर से बात की तो उसने 5 लड़कियों को नाम लेकर बाहर बुलाया। सभी के अलग-अलग रेट थे। रेट पूछने पर कहा- पहले आप पंसद करिए, इसके बाद दाम तय होगा। दलाल स्पा सेंटर में काम करने वाली लड़कियों की लोकेशन भी भेजते हैं। पड़ताल में पता चला कि दलाल प्राइवेट कॉलेजों का नाम जानबूझकर बदनाम कर रहे हैं। वे बड़े कॉलेजों का नाम इसलिए बताते हैं, ताकि उन्हें अच्छा रेट मिल सके। अच्छे कॉलेज की लड़की बताने से कस्टमर भी आसानी से मिल जाते हैं।
ऐसे सेंटर्स में दो से तीन लोगों को कॉलिंग के लिए भी रखा जाता है। ये फोन पर लुभावने ऑफर देकर कस्टमर बुलाते हैं। उन्हें लोकेशन और लड़कियों की फोटो भी भेजते हैं। स्पा सेंटर आने पर सबसे पहले लड़कियों को दिखाया जाता है। पसंद आने पर कमरा अलॉट कर दिया जाता है। इसके अलावा जो व्यक्ति स्पा सेंटर के बाहर सर्विस चाहता है, उसे लड़की की लोकेशन पर भेज दिया जाता है। स्पा सेंटर पर महिला दलाल ने जिस लड़की को सबसे पहले पसंद करने के लिए बाहर बुलाई, वह सिंदूर लगाई थी। पूछने पर बताया- वह प्राइवेट कॉलेज में पढ़ती है। लोग अकेली लड़की को रूम नहीं देते, इसलिए सिंदूर लगाकर रहती है। इससे देर रात तक बाहर रहने में भी कोई रोक-टोक नहीं होती।
हमारी पड़ताल में पता चला कि रैकेट में शामिल ज्यादातर लड़कियां लखनऊ के आसपास के जिलों बाराबंकी, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, गोंडा से आती हैं। वह शहर के अलग-अलग पॉश कॉलोनियों में किराए पर रहती हैं। इतना ही नहीं, कई विदेशी लड़कियां भी इसमें शामिल हैं। ये जब रूम खोजने के लिए जाती हैं तो फैमिली रूम देखती हैं। खुद को शादी-शुदा बताती हैं। ताकि आसानी से रूम मिल जाए।
इसके बाद रिपोर्टर ने इलाके के दूसरे स्पा सेंटरों में भी संपर्क किया। एक बॉडी मसाज सेंटर के दलाल ने अपना नाम राहुल बताया। नंबर चेक करने पर ट्रू कॉलर में पायल नाम शो हुआ। लखनऊ के सबसे पॉश इलाकों में से एक विभूति खंड में दो किमी के दायरे में इसी तरह के 24 से ज्यादा स्पा सेंटर चल रहे हैं। इस बात को कर्मचारी खुद बताते हैं। इस पर रिपोर्टर ने उनसे पूछा- कभी पुलिस आ गई तो क्या होगा? जवाब मिला- जहां हमारे सेंटर हैं, वह पुलिस से बचने की सेफ जगह हैं। बाकी आप जानते ही हैं कि क्या पुलिस को इलाके के बारे में नहीं पता है। अगर कभी आई भी तो सीसीटीवी से लगातार निगरानी होती है। स्पा सेंटर खुले रहने तक दो लड़के बाहर घूमकर नजर रखे रहते हैं। शक होने पर तुरंत सूचना देते हैं।सभी स्पा सेंटरों का संचालन कॉल सेंटर की तरह होता है। ऑफिस में स्टाफ की ड्यूटी टाइमिंग बिल्कुल प्रोफेशनल है। कर्मचारी बकायदे शूट-बूट में आते हैं। सुबह 10 से रात 8 बजे तक सेंटर में एक्टिव रहते हैं। दो स्टाफ सिर्फ कॉल कर नई लड़कियों के आने की जानकारी देते हैं। ग्राहकों से अपॉइंटमेंट लेते हैं। डेट नोट कर फिर से कॉल करते हैं। जिसकी कॉल से कस्टमर आता है, उसे डीलिंग के मुताबिक 5 से 10% तक कमीशन भी मिलता है।