बुलंदशहर डॉ मनीष कुमार वार्ष्णेय। योग्यता-एमडी पैथोलॉजिस्ट। पता-ज्योति नगर एत्मादपुर शाहदरा (रिकाॅर्ड के अनुसार)। इनके नाम से 26 जिलों में 65 अस्पताल और पैथोलॉजी लैब हैं। इतने पर भी मन नहीं भरा तो उन्होंने बीते महीने एक और पैथोलॉजी लैब खोलने के लिए अपनी डिग्री लगाई है। चिकित्सकीय संस्थानों के 2023-24 के पंजीकरणों के ऑनलाइन सत्यापन में 15 डॉक्टरों का फर्जीवाड़ा मिला था।
इनके नाम से प्रदेश भर में 449 अस्पताल, पैथोलॉजी लैब, डायग्नोस्टिक सेंटर, क्लीनिक चल रहे हैं। इसमें डॉ. मनीष कुमार वार्ष्णेय के सबसे ज्यादा 65 संस्थान हैं। इसके बाद फिर बीते महीने उन्होंने अपनी डिग्री से ट्रांस यमुना कॉलोनी में दिव्या पैथोलॉजी लैब खोलने के लिए आवेदन किया है।
जब छापेमारी की गई तो संचालक ने बताया कि डॉ. मनीष के नाम से लाइसेंस के लिए आवेदन किया गया है। लाइसेंस होने के बाद सेटअप लगाया जाएगा। टीम ने बोर्ड को हटवाते हुए नोटिस जारी किया। डॉ. मनीष ने एक ही लैब में सेवाएं देना स्वीकारा था।
डॉ. मनीष को सीएमओ की ओर से नोटिस भेजा गया था। उसे लौटा दिया था। कार्यालय में आए उनके शपथपत्र में सिर्फ एक केवल पैथोलॉजी में सेवाएं देना स्वीकारा गया था। इस पर उनके नाम से पंजीकृत अन्य लैब पर छापा मारकर सील किया जा रहा है। सोमवार को भी इनके नाम से एक लैब सील की है। विभाग की जांच में डाॅ. मनीष का निवास बुलंदशहर में होने की जानकारी मिली है।