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OTT प्लेटफॉर्म पर अनुराग ठाकुर का सख्त बयान- ‘अश्लीलता बर्दाश्त नहीं

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दिल्ली. आज के समय में ओटीटी प्लेटफॉर्म (OTT Platform) मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन बनकर सामने आया है और कोविड के बाद तो इसका स्तर भी काफी बढ़ चुका है. इसके जरिए लोग घर बैठे नई-नई फिल्में और वेब सीरीज का आनंद उठाते हैं.

वहीं, ओटीटी पर सेल्फ रेगुलेशन के नाम पर परोसी जा रहीं अश्लीलताओं पर अब केंद्रीय सूचना-प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने सख्त बयान दिया है. संसद सत्र के बाद, ओटीटी प्लेटफॉर्म के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य उद्योग को बढ़ाना है, लेकिन सेल्फ रेगुलेशन के नाम पर अश्लीलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

जर्नलिस्ट अनंनद विजय की किताब ‘ओवर द टाप’ का लोकार्पण आरएसएस के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर और केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने किया. किताब ओटीटी प्लेटफॉर्म के विषय पर लिखा गया है और ओटीटी प्लेटफॉर्म के जरिए परोसी जा रही नकारात्मक चीजों पर ध्यान केंद्रित किया गया है.

इस दौरान, अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘पुस्तक के माध्यम से अनंत विजय ने ओटीटी पर एक अच्छी किताब लिखी है. किताब में मौजूदा जो नकारात्मक चीजें हैं उसे भी बताया है और समाधान भी बताया है. मैं इस पुस्तक में उठाए गए विषय के समाधान की कोशिश में पहले से हूं.’

उन्होंने आगे कहा, ‘ओटीटी प्लेटफॉर्म का सकारात्मक पक्ष भी है, दुनिया में कहानी और भाषाओं को पहुंचाने में. ओटीटी मार्केट ड्राइवन है, सब्सक्राइबर बेस बढ़ रहा है और अवसर भी बढ़ रहे हैं. कांटेंट क्रिएट में भूमिका ओटीटी की है. ओटीटी के साथ लगातार संवाद किया गया, ताकि संतुलन बना रहे. सेल्फ रेगुलेशन होना चाहिए, लेकिन जिम्मेदारी का अहसास भी होना चाहिए.’

उन्होंने कहा, ‘हमारा लक्ष्य उद्योग को दबाना नहीं, बढाना है, लेकिन ओटीटी के सेल्फ रेगुलेशन के नाम पर नग्नता, अभद्रता, गंदी भाषा, अश्लीलता परोसेंगे तो हमने पहले भी कार्रवाई की है और फिर करने से नहीं पीछे हटेंगे. स्वतंत्रता की आड में नग्नता और अश्लीलता बर्दाश्त नहीं कर सकते. धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने से कई बार बहुत परेशानिया खड़ी होती है.’

ओटीटी प्लेटफॉर्म के साथ अगली बैठक संसद सत्र के बाद होनी है. बाकी विषय हम उठाने वाले है. ओटीटी और यूट्यूब के पीछे कोई दूसरा खेल खेला जाएगा, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. देश की एकता, अखंडता पर प्रहार किया जाएगा तो वहा कार्रवाई की जाएगी. नकली खबर एक चुनौती बन गई है. ओटीटी को भी सत्य सूचना के तौर पर काम करना चाहिए. वहीं, सुनील आंबेकर ने कहा कि ओटीटी पर रेलुलेशन पर विचार करना चाहिए, इसमें कोई बुराई नहीं है.

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