अब टोल वसूली का टंटा ही खत्म, सरपट दौड़ाइए गाड़ियां, ऑटोमेटिक हो जाएगा सारा काम
दिल्ली. एक्सप्रेसवे और हाईवे का सफर मजेदार होता है. बार-बार ब्रेक लगाने या गियर बदलने का झंझट नहीं होता है. बस फर्राटा भरते समय जब टोल प्लाजा आता है तो जरूर परेशानी होती है. क्योंकि टोल चुकाने के लिए वाहनों की लाइन लग जाती है. इसमें समय बर्बाद होता है. लेकिन अब वो दिन दूर नहीं, जब बगैर रुके आप वाहन दौड़ा सकेंगे. टोल वसूली का टंटा खत्म होने वाला है. सड़क परिवहन मंत्रालय नया प्लान तैयार कर रही है. आप भी जानें यह खास प्लान-
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसर देश के 1.5 लाख किलोमीटर लंबे नेशनल हाइवे और एक्सप्रेसवे नेटवर्क में से करीब 45,000 किलोमीटर पर टोल वसूला जा रहा है. देशभर में 1063 टोल प्लाजा हैं. इनमें से कई टोल प्लाजा में वाहनों की लाइन लग जाती है. खासकर उस दौरान ज्यादा समय लगता है, जब किसी वाहन में फास्टैग नहीं लगा होता या फिर वो ब्लाक हो गया हो. इस दौरान वेटिंग टाइम भी बढ़ जाता है.
सड़क परिवहन मंत्रालय के अनुसार देश में टोल बैरियर खत्म किए जाएंगे. जीपीएस आधारित तकनीक से भी टोल नहीं वसूला जाएगा. एएनपीआर (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकगनिशन) तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. मंत्रालय के अनुसार इसके लिए कुछ जगह टेंडर भी जारी किए गए हैं. इसी तकनीक से देशभर में टोल वसूला जाएगा.
जीपीएस आधारित तकनीक में परेशानी
हाल ही में एक्सपर्ट कमेटी ने जीपीएस अधारित टोल तकनीक पर सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए थे. इसके साथ ही अगर कभी जीपीएस में गड़बड़ी आ गयी तो परेशानी और बढ़ सकती है, इसलिए मंत्रालय ने जीपीएस आधारित टोल मॉडल के बजाए इस दिशा में काम शुरू कर दिया है.
बगैर रुके कटेगा टोल
मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार टोल चुकाने के लिए जहां कैमरे लगे हैं, वहां पर गाड़ी धीमी नहीं करनी पड़ेगी. स्पीड से चलने वाहन का कैमरे से नंबर प्लेट की फोटो ली जाएगा. चूंकि नंबर प्लेट से फास्टैग लिंक है, इसलिए स्वत: टोल कट जाएगा. दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर इसी तरह टोल वसूला जा रहा है.