आगरा : 11 झोलाछापों पर FIR, 45 अवैध सेंटर कराए बंद
आगरा में स्वास्थ्य विभाग ने पिछले साल झोलाछापों के खिलाफ अभियान चलाया था। जिसमें 45 अवैध सेंटरों को बंद कराया था। 11 के खिलाफ एफआईआर कराई थी। इस साल भी झोलाछाप के खिलाफ लगातार अभियान चलेगा। 72 आशाओं के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने पिछले साल दो महीने में झोलाछापों की धर-पकड़ के लिए अभियान चलाया। बिना डिग्री व लाइसेंस के प्रसव और गर्भपात कराने वाले कई झोलाछाप पकड़े गए। टीम ने मौके से दवाएं और उपकरण भी जब्त किए। नोटिस दिए गए।
जो झोलाछाप अपने चिकित्सक होने का कोई प्रमाण नहीं दे पाए, उनके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने तहरीर दी। जिले में 11 झोलाछापों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
शहर और देहात में 45 से ज्यादा झोलाछाप और उनके अवैध अस्पताल-क्लिनिक संचालित होते पकड़े गए थे। इन सभी को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बंद करा दिया। पूरा सेटअप हटाने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। सील लगा दी गई।
शासन को भेजी गई रिपोर्ट सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि छापामार कार्रवाई के बाद सभी को नोटिस दिए गए। जिन झोलाछापों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया तया सील लगाई गई, उनकी रिपोर्ट शासन को भी भेजी गई है। जिन्हें नोटिस दिए गए हैं,उनके रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराने पर एफआईआर कराई जाएगी।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा कसाव पॉली क्लीनिक किरावली, गणपति हॉस्पिटल शमसाबाद, प्रीति हॉस्पिटल जगनेर, न्यू राधिका हॉस्पिटल शमसाबाद, जीएस पैथोलॉजी लैब शमसाबाद, शन्नो क्लीनिक अछनेरा, राकेश क्लीनिक किरावली, स्नेहलता क्लिनिक ताजगंज, ज्योति हॉस्पिटल बाह, संगीता जादौन क्लिनिक पिनाहट, अमिता मसीह क्लिनिक शाहगंज।
आशाओं को किया जा रहा चिह्नित सीएमओ ने बताया कि जिन गांवों में प्राइवेट हॉस्पिटल में सरकारी केंद्रों से ज्यादा डिलीवरी की सूचना मिल रही थी, उन्हें चिह्नित किया गया। वहां की आशाओं की जांच कराई गई। ऐसे हॉस्पिटल भी चिह्नित किए गए, जहां आशा डिलीवरी के लिए ले जाती थीं।
इन सभी पर कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 72 आशाओं को काम से हटा दिया गया है। अभी भी कई आशाओं की जांच कराई जा रही है।