दूल्हे को दहेज में बुलेट मांगना पड़ा महंगा, बिना दुल्हन के लौटी बारात
आगरा: एत्मादपुर के कुबेरपुर क्षेत्र में शनिवार को शादी समारोह में ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने सभी को चौंका दिया. वरमाला के बाद शादी की रस्में पूरी हो रही थीं. सुबह आठ बजे फेरे संपन्न हुए और दूल्हे ने दुल्हन की मांग में सिंदूर भरा. लेकिन इसके तुरंत बाद ही दूल्हे ने बुलेट मोटरसाइकिल की मांग रख दी. दूल्हे की यह डिमांड सुनकर दुल्हन के परिवार वालों ने अपनी असमर्थता जताई, लेकिन दूल्हा जिद पर अड़ गया.
पोछ लिया मांग का सिंदूर
इस पर दुल्हन ने ऐसा कदम उठाया कि सभी चौंक गए. दुल्हन ने मंडप में ही साफ कह दिया कि उसे दहेज लोभी दूल्हे से शादी नहीं करनी. उसने अपनी मांग का सिंदूर पोंछ दिया और शादी से इनकार कर दिया. सभी दुल्हन के इस साहसिक कदम से हक्के-बक्के रह गए. दरअसल शादी होने के बाद दुल्हन का ये निर्णय लेना चौंकाने वाला था.
बिना दुल्हन के लौटी बारात
दुल्हन के इनकार से वर पक्ष के लोग सकते में आ गए और उसे मनाने की कोशिश करने लगे, लेकिन दुल्हन अपने फैसले पर अडिग रही. बेटी का रिश्ता टूटता देख पिता की तबीयत भी बिगड़ गई, जिसके बाद उनका उपचार कराया गया. इसके बाद दोनों पक्ष छलेसर पुलिस चौकी पहुंचे, जहां दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक पंचायत चली. अंततः दोनों पक्षों के बीच सामान वापस करने पर समझौता हुआ और बारात बिना दुल्हन के लौट गई.
आगरा: एत्मादपुर के कुबेरपुर क्षेत्र में शनिवार को शादी समारोह में ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने सभी को चौंका दिया. वरमाला के बाद शादी की रस्में पूरी हो रही थीं. सुबह आठ बजे फेरे संपन्न हुए और दूल्हे ने दुल्हन की मांग में सिंदूर भरा. लेकिन इसके तुरंत बाद ही दूल्हे ने बुलेट मोटरसाइकिल की मांग रख दी. दूल्हे की यह डिमांड सुनकर दुल्हन के परिवार वालों ने अपनी असमर्थता जताई, लेकिन दूल्हा जिद पर अड़ गया.
पोछ लिया मांग का सिंदूर
इस पर दुल्हन ने ऐसा कदम उठाया कि सभी चौंक गए. दुल्हन ने मंडप में ही साफ कह दिया कि उसे दहेज लोभी दूल्हे से शादी नहीं करनी. उसने अपनी मांग का सिंदूर पोंछ दिया और शादी से इनकार कर दिया. सभी दुल्हन के इस साहसिक कदम से हक्के-बक्के रह गए. दरअसल शादी होने के बाद दुल्हन का ये निर्णय लेना चौंकाने वाला था.
बिना दुल्हन के लौटी बारात
दुल्हन के इनकार से वर पक्ष के लोग सकते में आ गए और उसे मनाने की कोशिश करने लगे, लेकिन दुल्हन अपने फैसले पर अडिग रही. बेटी का रिश्ता टूटता देख पिता की तबीयत भी बिगड़ गई, जिसके बाद उनका उपचार कराया गया. इसके बाद दोनों पक्ष छलेसर पुलिस चौकी पहुंचे, जहां दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक पंचायत चली. अंततः दोनों पक्षों के बीच सामान वापस करने पर समझौता हुआ और बारात बिना दुल्हन के लौट गई.