शामली एनकाउंटर, गोली लगने से इंस्पेक्टर का लीवर फटा, 2 km पीछा किया
शामली में यूपी STF ने सोमवार आधी रात 4 बदमाशों का एनकाउंटर किया। मारे गए बदमाशों में सबसे बड़ा नाम पश्चिम यूपी के कुख्यात कग्गा गैंग को ऑपरेट करने वाले अरशद का था।
STF ने 2 Km तक बदमाशों की कार का पीछा किया। 50 राउंड फायरिंग हुई। STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार घायल हो गए। उनका लीवर फट गया। बदमाशों की लोकेशन पुलिस को कैसे मिली? घेराबंदी कैसे हुई? बदमाशों ने क्यों फायरिंग शुरू की?
STF के इंस्पेक्टर सुनील कुमार अपनी टीम के साथ चौसाना रोड पर घेराबंदी किए थे। उन्हें अरशद के मूवमेंट की टिप मिली थी। रात करीब 2 बजे हरियाणा की तरफ से सफेद रंग की ब्रेजा कार आती दिखाई दी।
पुलिस टीम ने टार्च की रोशनी से गाड़ी रोकने का इशारा किया। पुलिस से करीब 150 मीटर पहले गाड़ी ड्राइवर ने रोक दी। गाड़ी में मौजूद अरशद ने ड्राइविंग सीट पर बैठे सतीश से कहा- पुलिस का घेरा है। जितनी जल्दी हो सके…गाड़ी भगा लो। इसके बाद सतीश ने स्टेयरिंग घुमाकर गाड़ी चौसाना की तरफ दौड़ा दी। इधर, इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने भी पुलिस टीम के साथ पीछा करना शुरू किया। अरशद आगे-आगे, पुलिस पीछे-पीछे थी। 2 Km तक लुकाछिपी का खेल चलता रहा। उदपुर भट्टे के पास रोड एक तरफ मुड़ी थी। बदमाश यहां तक पहुंचे, मगर रास्ता आगे बंद था।
अरशद के साथ कार में मौजूद बदमाश कार से बाहर नहीं आए, अंदर ही बैठे रहे। वह सोच ही रहे थे कि अब क्या करना है? तब तक पीछे से STF पहुंच गई।
अब सुनील गाड़ी से उतरकर अटैकिंग पोजिशन में आ गए। उन्होंने गाड़ी के साइड में खुद को छिपाया और बदमाशों की लोकेशन लेने लगे। उन्होंने बदमाशों से हथियार छोड़कर बाहर आ जाने के लिए कहा। बदमाशों की तरफ से कोई जवाब नहीं आया।
इसी बीच अरशद और बाकी बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। कुछ गोलियां सुनील की गाड़ी पर आकर लगीं। पुलिस ने भी बदमाशों की तरफ गोलियां चलाई। बदमाश इतने एक्सपर्ट थे कि उनकी गोलियां पुलिस वालों के बिल्कुल नजदीक से निकल रही थीं। तभी दो गोली इंस्पेक्टर सुनील के पेट में आकर धंस गई। वह लहूलुहान होकर गिर पड़े। टीम लीडर को गिरते देखकर पुलिस वालों ने तेजी से घेराबंदी करना शुरू किया। इतने में अंधेरे में एक शख्स अरशद की गाड़ी की ड्राइविंग सीट से उतरकर भागता हुआ दिखा। वह पिस्टल से गोली चला रहा था। STF ने उस बदमाश को पीछे की तरफ से घेरा, ताकि वह भाग न सके।
40 मिनट तक दो तरफ गोलीबारी के बाद अचानक बदमाशों की तरफ से गोली चलना बंद हो गईं। इसके बाद STF और पुलिस टीम ने माइक पर अनाउंसमेंट किए। मगर कोई जवाब नहीं आया। पुलिस अपनी-अपनी लोकेशन से बाहर आकर आहिस्ता-आहिस्ता बदमाशों की तरफ बढ़ने लगी। करीब जाकर देखा तो कार के अंदर 3 बदमाश लहूलुहान पड़े मिले। पुलिस ने देखा कि उनकी सांसें थम चुकी हैं।