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नोएडा में पकड़ा फर्जी कॉल सेंटर, नौकरी दिलाने के नाम पर 300 लोगों को ठगा

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नोएडा में पुलिस ने नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले 9 जालसाजों को गिरफ्तार किया है। वे फर्जी कॉल सेंटर में काम करते थे। विदेश में नौकरी का झांसा देकर लोगों को जाल में फंसाते थे। उसके बाद उनसे रुपए ऐंठते थे। पैसे मिलने के बाद फोन कर देते थे। उनके पास से 24 लैपटॉप,1 एपल टैब, स्वाइप मशीन, पेमेंट क्यूआर कोड, 10 एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। उन्होंने अब तक 300 से ज्यादा लोगों से ठगी की बात कबूली है।

डीसीपी मनीष अवस्थी ने बताया, 20 दिन पहले सेक्टर 63 में केरल के रहने वाले प्रमोद राघवन ने शिकायत की थी। जिसमें बताया था उनसे पास एक अनजान नंबर से फोन आया था। फोन करने वाले शख्स ने उन्हें बताया कि उसके पास कनाडा में सुपर वाइजर की जॉब है। अगर वह इच्छुक हैं तो उन्हें सिक्योरिटी मनी के रूप में 70 हजार रुपए बताये गए नंबर पर भेजने होंगे। उन्होंने हामी भर दी। जिसके बाद फोन करने वाले व्यक्ति ने उन्हें एक नंबर देकर ऑनलाइन रुपए भेजने को कहा। उन्होंने दिए गए नंबर पर रकम ट्रांसफर कर दिए। कई दिनों बाद भी जब उस व्यक्ति का फोन नहीं आया तो उन्हें शक हुआ। उन्होंने दिए गए नंबर पर फोन किया। जिसके बाद उन्हें अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ।

डीसीपी के अनुसार पुलिस ने उसी समय केस दर्ज कर लिया। उसके बाद साइबर सेल छानबीन में जुट गई। जांच करने पर सेक्टर-63 के ई-ब्लॉक में BEYOND SPARK OVERSEAS नाम की एक कंपनी के बारे में पता चला। इस कंपनी के कर्मचारी लोगों को फोन करते थे। कनाडा और सर्बिया समेत अन्य देशों में स्टोर कीपर, स्टोर सुपरवाइजर, एडमिन आदि की नौकरी दिलाने का झांसा देते थे। पुलिस ने आज फोर्स के साथ कंपनी पर छापा मारा। यहां पर 6 महिला और 3 पुरुष समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान पंकज कुमार, सोनू कुमार, राहुल सरोज, मनप्रीत कौर, प्रशंसा कुलश्रेष्ठ, दिपाली, महिमा अग्रवाल ममता यादव तनिष्का शर्मा के रूप में हुई है।

डीसीपी के अनुसार छापेमारी के दौरान पकड़े गए व्यक्ति सोनू कुमार बताया, वह कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत है। वह कंपनी के डायरेक्टर पंकज और मनप्रीत कौर के कहने पर फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि से ऐसे लोगों की डिटेल निकालते है। ये वे लोग होते हैं, जो विदेश में जाकर नौकरी करना चाहते है। उसके बाद कंपनी की सेल्स टीम में बैठे लोग कॉल और वॉट्सऐप चैटिंग के माध्यम से लोगों से संपर्क करके जाल में फंसाते थे। ये अब तक 300 से ज्यादा लोगों से ठगी कर चुके हैं।

कंपनी के डायरेक्टर पंकज ने बताया, यह कंपनी उसकी पत्नी मनप्रीत कौर के नाम रजिस्टर्ड है। आवेदक को अपनी बातों पर यकीन दिलाने के लिये हम अपनी पहचान वाले जो पहले से कनाडा गए हुए है। उनके वीजा और ऑफर लेटर गूगल से निकालते थे। उसके बाद सैंपल आफर लेटर, वीजा और अन्य कागजात की फोटो को अपनी कंपनी के ग्राफिक डिजाइनर राहुल सरोज से बदलवा कर आवेदकों को भेज देते थे। उनके पास जिस भी आवेदक की फाइल आती थी हम केवल उसे नौकरी के पोर्टल पर अपलोड कर देते थें। जिससे आवेदक को बताया जा सके कि उसकी फाइल को आगे प्रोसेसिंग के लिए इमिग्रेसन डिपार्टमेंट में भेज दिया गया है।

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