Dunki Movie Review: इमोशंस, रोमांस से भरपूर है ‘डंकी’ का सफर
दिल्ली. निर्देशक राजकुमार हिरानी इस बार विदेश में जाकर एक सुनहरे सपने का भविष्य देखने वाले हजारों ऐसे लोगों की कहानी लाए हैं, जो इस सपने का पूरा करने के लिए सरहदें तक पार कर जाते हैं. ‘पठान’ और ‘जवान’ के बाद शाहरुख खान इस साल के आखिर में दर्शकों को सामने तीसरी बार आए हैं. लेकिन अपनी पिछली दो फिल्मों से अलग ‘डंकी’ शाहरुख की वो इमोशन फिल्म है, जो आपको हंसाते-हंसाते न जाने कब रुला देगी. हिरानी ने पहली बार अपने कैमरे के लैंस से शाहरुख खान को पेश किया है. आइए बताते हैं, कैसी है ये फिल्म.
सबसे पहले फिल्म की कहानी की बात कर लेते हैं. ‘डंकी’ कहानी है, 3 दोस्तों मनु (तापसी पन्नू), बुग्गु (विक्रम कोचर) और जस्सी (अनिल ग्रोवर) की जो कमाने के लिए और अपनी जिंदगी के बदतर हालातों को सुधारने के लिए लंदन जाना चाहते हैं. उनके लिए लंदन जाना, पॉन्ड में पैसे कमाना ही उनकी परेशानियों से छुटकारा पाने का एकमात्र जरिया है. इन सभी की अपनी मजबूरियां हैं और उन्हें मिलता है हार्डी (शाहरुख खान) का साथ. लंदन जाने की इसी कोशिश में उन्हें मिलता है, सुखी (विक्की कौशल) जो अपनी गर्लफ्रेंड को बचाने के लिए लंदन जाना चाहता है. इन्हें वीजा काफी कोशिशों के बाद भी नहीं मिलता है और आखिरकार ये लंदन जाने के लिए डंकी का रास्ता अपनाते हैं. डंकी यानी बिना वीजा के गैर कानूनी तरीके से विदेश जाना. अब क्या ये सब लंदन पहुंच पाते हैं? और फिर क्या होता है ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी.
फिल्म के फर्स्ट हाफ में कहानी थोड़ी स्लो स्पीड के साथ बढ़ती है. इंटरवेल से पहले कहानी में हल्के कई पल ऐसे हैं जो आपको हंसाएंगे. शुरुआत का सफर वीजा पाने की कोशिश में लगे इन दोस्तों की कहानी बताता है. फर्स्ट हाफ में ह्यूमर के साथ-साथ विक्की कौशल के इमोशनल सीन आपको हिला कर रख देंगे. विकी कौशल का सीक्वेंस बढ़िया है, जो फिल्म के उस हिस्से से दर्शकों को सीधे कनेक्ट करता है. सेकंड हाफ में इनका असली डंकी सफर शुरू होता है. सेकंड हाफ ज्यादा इमोशनल है, जहां एक बार फिर शाहरुख खान अपने रोमांस और इमोशन से आपका दिल जीतते नजर आएंगे.
‘डंकी’ वो फिल्म नहीं है, जहां आप हीरो की एंट्री पर जोर से तालियां बजाए और बस फिर खो जाएं. बल्कि ये एक कहानी है जो बेहद गंभीर विषय पर बात करती है.
डिटेल्ड रेटिंग
कहानी | : | 3/5 |
स्क्रिनप्ल | : | 3/5 |
डायरेक्शन | : | 3/5 |
संगीत | : | 3/5 |