आंखों देखी : प्लेटफॉर्म पर जूते-चप्पल बिखरे थे, कई महिलाएं बेहोश थीं,
दिल्ली. महाकुंभ जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार को यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे वहां भगदड़ जैसे हालात हो गए और महिलाओं-बच्चों सहित 17 से ज्यादा लोगों की जान चली गई. रेलवे ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. कई यात्रियों ने घटना का आंखों देखा हाल शेयर किया है. एक यात्री धर्मेंद्र सिंह ने बताया, “मैं प्रयागराज जा रहा था लेकिन कई ट्रेनें देरी से चल रही थीं या रद्द कर दी गई थीं. स्टेशन पर बहुत भीड़ थी. मैंने इस स्टेशन पर पहली बार इतनी भीड़ देखी. मेरे सामने ही छह-सात महिलाओं को स्ट्रेचर पर ले जाया गया.”
कुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे एक अन्य यात्री ने कहा, “क्योंकि गाजियाबाद में ट्रेन सिर्फ 2 मिनट ही रुकती है, इसलिए मैंने नई दिल्ली से ट्रेन की टिकट ली. लेकिन जब हम यहां आए, रात 8.30 बजे यहां काफी भीड़ थी. मुझे प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर जाना था, लेकिन भीड़ को देखकर हम प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर उतर गए. जब देखा कि ट्रेन के आने का समय हो रहा है, तो हिम्मत करके ऊपर गए. किसी तरह धक्का-मुक्की करके जैसे ही 14 नंबर प्लेटफॉर्म की सीढ़ियों पर पहुंचे हैं. देखा कि प्लेटफॉर्म पर दुनियाभर का सामान पड़ा हुआ है. जूते-चप्पल… प्लेटफॉर्म पर नीचे उतरते ही देखा कि कई महिलाएं बेहोश पड़ी थी. वो तो भगवान जाने क्या था…”
बिहार के कैमूर जाने के लिए स्टेशन पहुंचे एक और यात्री प्रमोद चौरसिया ने कहा, “मेरे पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस का स्लीपर क्लास का टिकट था, लेकिन कन्फर्म टिकट वाले भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए. मेरे एक दोस्त और एक महिला यात्री भीड़ में फंस गए. बहुत ज्यादा धक्का-मुक्की हुई. हम अपने बच्चों के साथ बाहर इंतजार करके सुरक्षित रहने में कामयाब रहे.”