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आगरा : मायावती को सोने का मुकुट पहनाया: ये राशन नरेंद्र मोदी ने फ्री नहीं दिया। पैसा आप लोग टैक्स के रूप में देते हैं

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आगरा, बसपा सुप्रीमो मायावती शनिवार को आगरा में जनसभा करने पहुंचीं। वहां सोने का मुकुट पहनाकर उनका स्वागत किया। मायावती ने कहा- गरीब लोग जिन्हें भाजपा ने थोड़ा राशन दिया। ये लोग कह रहे हैं कि फ्री राशन लिया, उसका कर्ज वोट देकर देना होगा।

उन्होंने कहा- ये राशन नरेंद्र मोदी ने फ्री नहीं दिया। पैसा आप लोग टैक्स के रूप में देते हैं, उसी का ये राशन देते हैं। इसमें भाजपा और नरेंद्र मोदी का कोई एहसान नहीं। आप लोगों को ये नहीं सोचना कि हमने इनका नमक खाया। इनके बहकावे में आप लोगों को कतई नहीं आना।

मायावती ने आगरा से पूजा अमरोही और फतेहपुर सीकरी से राम निवास शर्मा के समर्थन में वोट की अपील की। बसपा ने अब तक आगरा लोकसभा सीट पर कभी चुनाव नहीं जीता है। फतेहपुर सीकरी सीट पर एक बार जीत दर्ज की है।

भाजपा केंद्र की सत्ता में आसानी से वापस नहीं आएगी’
मायावती ने कहा- इस बार ये भाजपा केंद्र की सत्ता में आसानी से वापस आने वाली नहीं। बस शर्त रहे कि ये चुनाव फ्री और फेयर हो। वोटिंग मशीन में कोई गड़बड़ी नहीं की जाती है, तो इनकी कोई जुमलेबाजी काम नहीं आएगी। जनता समझ चुकी है कि इन्होंने प्रलोभन भरे वादे किए हैं।

उन्होंने कहा- हम अकेले चुनाव लड़ रहे हैं। आगरा से हमने जाटव समाज की महिला को उतारा है। हाथरस से अनुसूचित समाज के साथी को मैदान में उतरा है। फतेहपुर सीकरी से ब्राह्मण समाज को टिकट दिया। हमने टिकट बंटवारे में सभी समाज का ध्यान रखा है।

‘नौकरियों में अधूरा आरक्षण, कोटा नहीं भरा गया’
मायावती ने कहा- इस भीड़ को देखकर मुझे भरोसा हो गया कि आप इस बार पहले की तरह बसपा के पक्ष में बेहतर रिजल्ट देंगे। आजादी के बाद ज्यादातर सत्ता कांग्रेस की रही है, लेकिन इन्होंने देश का भला नहीं किया।

सरकारी नौकरियों में अधूरा पड़ा आरक्षण कोटा पूरा नहीं भरा गया। जब यहां सपा की सरकार थी, तो सरकार ने SC-ST के सरकारी कर्मचारियों का आरक्षण पूरे तरीके से खत्म कर दिया। जब इस मामले को बसपा ने सदन में उठाया और सरकार पर संशोधन का दबाव बनाया। कांग्रेस की सरकार ने भाजपा से मिलीभगत कर सपा को आगे करके बिल सदन में फाड़ा और पास नहीं होने दिया।

मायावती ने कहा- देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं। भाजपा-कांग्रेस को सत्ता में आने से रोकना है। मुस्लिम और अन्य अल्पसंख्यकों की स्थिति काफी खराब है। कुछ साल से केंद्र और राज्यों में बीजेपी और RSS की सरकारों के चलते मुस्लिम और अन्य अल्पसंख्यक समाज का विकास मुश्किल हो गया। आए दिन मुस्लिमों पर हिंदुत्व की आड़ में हो रही जुल्म ज्यादती भी काफी हो गई है।

आगरा को बसपा का गढ़ माना जाता रहा है। यहां से बसपा को विधायक तो मिले, मगर अभी तक लोकसभा चुनाव में जीत नहीं मिली। बसपा ने 2009 से लेकर 2019 के लोकसभा चुनाव तक 10 साल में वोट प्रतिशत में इजाफा हुआ, लेकिन प्रत्याशी को जीत हासिल नहीं हो पाई।

2009 में बसपा के कुंवरचंद वकील को 29.98 फीसदी वोट मिले। 2014 में बसपा के नरायण सिंह सुमन को 26.48 फीसदी वोट मिले। 2019 के चुनाव में बसपा प्रत्याशी मनोज कुमार सोनी को 38.47 फीसदी वोट मिले, लेकिन भाजपा प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल से जीत नहीं सके।

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