बुलंदशहर : बेटी होने पर पत्नी को तेजाब से जलाया, हाथ और मुंह जला, बोल भी नहीं पा रही
बुलंदशहर में बेटी होने पर पति ने पत्नी पर तेजाब उड़ेल दिया। जिससे उसका हाथ और मुंह जल गया है। पीड़ित को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़िता का शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ केस दर्ज किया है। एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया, आरोपी के गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
पूरे मामले की जांच की जा रही है। पीड़िता का मायका चोला थाना क्षेत्र के रसूलपुर रिठौरी गांव में हैं। पिता सुखवीर ने बताया- बेटी प्रीति की शादी 11 साल पहले हरवीर सिंह के साथ की थी। वह गौतमबुद्धनगर के जेवर थाना क्षेत्र के दस्तमपुर का रहने वाला है। शादी के बाद कुछ दिन तक तो सब ठीक रहा, उसके बाद दहेज के लिए मेरी की बेटी को प्रताड़ित करने लगे। मारना-पीटना शुरू कर दिया।
मेरी बेटी ने एक पुत्री रितिका को जन्म दिया। बेटी पैदा होने के बाद ससुरालीजन और ज्यादा तंग परेशान करने लगे। करीब 3 साल पहले दहेज की मांग को लेकर पति हरवीर, ससुर जसवन्त, सास ओमवती, जेठ पवन, जेठानी व ननद ममता ने मेरी बेटी को जान से मारने की नीयत से पिटाई की। मुहं और शरीर पर तेजाब डालकर जला दिया। तब से मेरी बेटी ठीक से नहीं बोल पा रही है।
बेटी से सूचना मिलने पर मैं अपने रिश्तेदार के साथ अपनी बेटी के ससुराल पहुंचा, तो उन लोगों ने अपनी गलती मानकर भविष्य में दोबारा गलती न करने की बात कही। तब बेटी को ससुराल में रहने के लिए राजी कर लिया। सोचा कि इससे घर टूट जाएगा। इसलिए पुलिस से शिकायत भी नहीं की।
पति ने बेटे को बेंच दिया, एक साल पहले कर ली दूसरी शादी करीब 2 साल पहले मेरी बेटी को एक बेटा पैदा हुआ। अगले ही दिन पति ने बेटे को किसी व्यक्ति को बेंच दिया। मेरी बेटी को जानकारी तक नहीं दी। बेटी ने कई बार पति हरवीर और उसके परिजनों से पूछा है कि बेटा किसको बेचा, लेकिन लोग कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं। आए दिन मेरी बेटी के साथ इसी बात को लेकर मारपीट करते रहते हैं। पति हरवीर ने करीब 1 साल पहले दूसरी शादी कर ली है। उसको भी अपने साथ रखता है। जब से दूसरी शादी की है, तबसे मेरी बेटी के साथ और ज्यादा उत्पीड़न करने लगे हैं।
सात दिन पहले फिर तेजाब से जलाया ससुराल के सभी लोग मेरी बेटी को जान से मारने की फिराक में रहते है। मेरी बेटी ने विरोध किया तो 18 दिसंबर में एक गाड़ी में डालकर मेरी बेटी को गांव से बाहर ले गए। वहां पति हरवीर, ससुर जसवन्त, सास ओमवती, जेठ पवन, जेठानी व ननद ममता ने मारना-पीटना शुरू कर दिया। अपने साथ बोतल में लाए तेजाब से मेरी बेटी के बाएं हाथ पर तेजाब फेंक दिया, जिससे मेरी बेटी का बाजू जल गई।
बेटी की चीख पुकार आसपास के लोग दौड़े तो उसकी जान बच सकी। आरोपी धमकी देकर मौके से भाग गए। सूचना मिलने पर मैं अपनी पुत्री का पास पहुंचा। अपने घर ले आया, लेकिन हालत ज्यादा खराब होने पर अगले दिन 19 दिसंबर को बुलंदशहर के झाझर कस्बे में राना अस्पताल में भर्ती कराया।