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CM योगी ने लिटिल चैंप के साथ खेला शतरंज, गोरखनाथ मंदिर में शह-मात के दांव समझे

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गोरखनाथ मंदिर में शुक्रवार का दिन थोड़ा जुदा था। शतरंज की बिसात पर एक तरफ CM योगी थे, दूसरी तरफ देश के सबसे कम उम्र के फीडे रेटेड खिलाड़ी कुशाग्र चाल चल रहे थे। कुशाग्र के दांव-पेज देखकर योगी मुस्कुरा रहे थे। खेल के दौरान वह काफी देर तक कुशाग्र के साथ शतरंज को लेकर बातचीत करते रहे।

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने योगी पर तंज कसा है। उन्होंने X पर कवि उदय प्रताप सिंह की 4 लाइनें शेयर की। लिखा-

हिमगिरि की ऊंची चोटी, से यदि नीचे देखें बड़े बड़े आकार की चीजें छोटी लगती हैं उसी तरह ऊंची कुर्सी पर बैठे लोगों को जनता भी अपनी शतरंज की गोटी लगती हैं

दरअसल, कुशाग्र अग्रवाल शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आशीर्वाद लेने गोरखनाथ मंदिर पहुंचे थे। वह अभी सिर्फ 5 साल 11 महीने के हैं। UKG में पढ़ते हैं।

कुशाग्र ने 4 साल की उम्र में शतरंज खेलना शुरू किया और अपनी प्रतिभा के दम पर एक साल में ही फिडे रेटिंग (फेडरेशन इंटरनेशनेल डेस एचेक्स (FIDE) यानी विश्व शतरंज महासंघ) हासिल कर ली। शतरंज की शुरुआती ट्रेनिंग उन्हें अपनी बहन अविका से मिली, जो खुद भी शतरंज की खिलाड़ी हैं।

कुशाग्र अब तक पटना, बेंगलुरु, पुणे में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फिडे रेटेड प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर पुरस्कार जीत चुके हैं। वह 1428 रैपिड फिडे रेटिंग हासिल करके इस समय भारत में सबसे कम उम्र के फिडे-रेटेड खिलाड़ी हैं। गोरखनाथ मंदिर में योगी ने न सिर्फ कुशाग्र को उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद दिया, बल्कि उनके साथ शतरंज खेलकर खूब उत्साह भी बढ़ाया। उन्होंने कुशाग्र से शतरंज की चालों से जुड़ी बारीकियों पर भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि कुशाग्र अग्रवाल की प्रतिभा को और निखारने के लिए यूपी सरकार हर तरह की मदद करेगी।

उन्होंने विश्वास जताया कि शतरंज का नन्हा अंतरराष्ट्रीय रेटेड खिलाड़ी आने वाले समय में गोरखपुर और प्रदेश का नाम देश-दुनिया में रोशन करेगा।

नवरात्रि पर गोरखपुर पहुंचे CM योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दरबार लगाया। इस दौरान गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार को फरियादी पहुंचे। सीएम ने आश्वस्त किया कि जिन जरूरतमंद लोगों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है, उनके इलाज का खर्च सरकार उठाएगी।

साथ ही उन्होंने अस्पताल से इलाज खर्च का एस्टीमेट बनाकर उनके कार्यालय को उपलब्ध कराया जाए। विवेकाधीन कोष से भरपूर मदद की जाएगी। CM योगी ने जनता दर्शन में करीब 300 लोगों से मुलाकात की। एक-एक करके उनकी समस्याएं सुनी और निस्तारण के लिए आश्वस्त करते हुए उनके प्रार्थना पत्र संबंधित अधिकारियों को फॉरवर्ड किए।

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