संगम पर अभेद्य सुरक्षा चक्रव्यूह, महाकुंभ में हर कदम पर 24 घंटे निगरानी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ (Maha Kumbh 2025) में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जनपद प्रयागराज को जोड़ने वाले 7 प्रमुख रास्तों की सुरक्षा को अभेद्य बनाने के निर्देश दिए हैं. इन रास्तों पर पड़ने वाले जनपदों को भी सुरक्षा घेरे में शामिल किया जाएगा, ताकि हर दिशा से पूरी सुरक्षा मिल सके.
इन सुरक्षा उपायों के तहत कुल 102 मोर्चे स्थापित किए गए हैं, जहां वाहनों और व्यक्तियों की चेकिंग और फ्रिस्किंग की जाएगी. ये मोर्चे सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी खतरा महाकुंभ क्षेत्र में प्रवेश न कर सके.
सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए कुल 1026 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जिनमें 71 निरीक्षक, 234 उपनिरीक्षक, 645 आरक्षी, 76 महिला आरक्षी शामिल हैं. इनके अलावा, 113 होमगार्ड और पीआरडी के जवान, 11 कंपनियां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CAPF) और 15 कंपनियां पीएसी की तैनाती की गई है.
जल मार्ग की निगरानी के लिए एक कंपनी और दो प्लाटून पीएसी तैनात की गई हैं, जो नदियों और जल क्षेत्रों में पूरी निगरानी रखेंगी, ताकि जल मार्ग से कोई भी अप्रिय घटना न हो.
सुरक्षा के लिए 10 वज्र वाहन, 15 ड्रोन, 20 एंटी सबोटाज टीम (AS Check Team) और 5 बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वाड (BDDS) तैनात किए गए हैं. इन तकनीकी साधनों से 24 घंटे लगातार निगरानी की जाएगी, जिससे हर स्थिति का तुरंत पता चल सके.
24 घंटे इन सभी मार्गों और क्षेत्रीय सुरक्षा पर निगरानी रखी जा रही है. सभी सुरक्षा उपायों के तहत इन क्षेत्रों में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति और वाहन की निगरानी की जाएगी, ताकि महाकुंभ के दौरान कोई अप्रत्याशित घटना न हो.
महाकुंभ के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) और सुरक्षा बलों के द्वारा हर आवश्यक कदम उठाया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित वातावरण मिल सके और आयोजन पूरी तरह से शांतिपूर्ण हो.