महाकुंभ- इंस्पेक्टर ने श्रद्धालुओं के खाने में बालू डाली, अखिलेश ने VIDEO शेयर किया
प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार को भगदड़ के बाद आज गुरुवार को भीड़ कम है। मेले में आने-जाने के रास्ते अलग कर दिए गए हैं। प्रयागराज शहर में गाड़ियों की एंट्री पर रोक है।
मेला क्षेत्र को पूरी तरह से नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया है। VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं। यह नियम 4 फरवरी तक लागू रहेंगे। ज्यादातर गाड़ियां शहर की सीमाओं पर फंसी हैं।
अखिलेश यादव ने एक वीडियो X पर शेयर किया। लिखा, ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो लोग महाकुंभ में फंसे लोगों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था कर रहे है, उनके सद्प्रयासों के ऊपर राजनीतिक विद्वेष वश मिट्टी डाल दी जा रही है। जनता संज्ञान ले।
गुरुवार को मेला क्षेत्र के सेक्टर- 22 में कई पंडाल जल गए। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। जहां आग लगी है, वहां पब्लिक नहीं थी, इसलिए जनहानि की सूचना नहीं है। इससे पहले 19 जनवरी को आग में 180 पंडाल जले थे।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- जांच के लिए आयोग का गठन किया गया है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। DGP प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह मेला क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे हैं।
मौनी अमावस्या पर मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात को भगदड़ मच गई थी। हादसे में 35 से 40 मौतें हो गईं। सरकार की ओर से अब तक 30 मौतों की पुष्टि की गई है। वहीं, 60 घायल हुए हैं।
इधर, सरकार ने 2019 में कुंभ में तैनात रहे दो अफसरों- IAS आशीष गोयल और भानु गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज बुलाया है, ताकि व्यवस्थाएं और बेहतर की जा सकें।
वहीं, सुप्रीम कोर्ट में भगदड़ को लेकर जनहित याचिका दायर की गई। इसमें यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट और जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की मांग की गई है। कहा गया है कि धार्मिक आयोजनों में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस व्यवस्था बनाई जाए।
महाकुंभ का आज 18वां दिन है। आज शाम 4 बजे तक 1.77 करोड़ लोगों ने स्नान किया है। वहीं 13 जनवरी से अब तक 27.58 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। कल मौनी अमावस्या (29 जनवरी) पर करीब आठ करोड़ लोगों ने स्नान किया था।