प्रयागराज में सपा नेता का अश्लील वीडियो, युवती साथ अश्लील हरकतें करते नजर आ रहे हैं
प्रयागराज में सपा नेता का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वह एक युवती साथ अश्लील हरकतें करते नजर आ रहे हैं। वहीं, युवती शराब की बोतल हाथ में पकड़े दिख रही है। वह बेड पर सपा नेता की गोद में बैठी है। वीडियो में दिख रहा सपा नेता रामसागर उर्फ मुखिया यादव है। वह मेजा लोहारी का रहने वाला है और साधन सहकारी समिति का अध्यक्ष रह चुका है।
वीडियो में सामने आने के बाद डीसीपी यमुना नगर विवेक चंद्र यादव ने मामले में मेजा थाने में रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया है। वहीं, सपा नेता मुखिया यादव कहना है कि यह वीडियो फर्जी है। मुझे बदनाम करने के लिए मेरी ही पार्टी के एक विधायक की साजिश है। मैं इसकी शिकायत अफसरों से करूंगा।
शराब पार्टी के बुलाई गई थीं लड़कियां वीडियो में मुखिया यादव (45) के बगल में दो अन्य लोग भी हैं। वो भी सपा से जुड़े बताए जा रहे हैं। वीडियो एक बंद कमरे का है। माना जा रहा है कि डांस और मस्ती के दौरान इसे बनाया गया। इसमें दिख रहा है कि सपा नेता मुखिया यादव अपने 4-5 साथियों के साथ शराब पी रहा है। वहीं वीडियो में 2-3 युवतियां भी नजर आ रही हैं।
सपा नेता पर मेजा थाने पर दर्ज हैं कई मुकदमे वीडियो में दिख रहा सपा नेता मुखिया यादव प्रयागराज के कई बार के सांसद का काफी करीबी बताया जाता है। इसी के चलते वह 2024 में सिरसा साधन सहकारी समिति का अध्यक्ष बना था। वहीं, विधानसभा चुनाव के दौरान मुखिया यादव का मेजा में पुलिस वालों से विवाद हो गया था। सोशल मीडिया पर वह वीडियो भी वायरल हुआ था।
सपा नेता बोला- ये मेरी पार्टी के विधायक की साजिश अश्लील वीडियो के मामले में मुखिया यादव का कहना है कि यह साजिश है। वीडियो फर्जी है। इसे वायरल करने में मेरी पार्टी के विधायक की साजिश लग रही है। अभी परिवार में शादी है, इसलिए व्यस्त हूं।
शादी से खाली होकर अफसरों से लिखित रूप से शिकायत करूंगा। वीडियो कब बनाया गया, मुझे नहीं पता। कोई फ्रंट पर भी नहीं आ रहा है।
मुखिया यादव 15 साल से समाजवादी पार्टी से जुड़ा है। वह मेजा से जिला सचिव, तहसील उपाध्यक्ष और लोकसभा चुनाव में मेजा तहसील प्रभारी रह चुका है। वह ठेकेदारी का भी काम करता है। सड़क निर्माण, बोरिंग, प्रॉपर्टी का भी काम है।
सपा नेता पर 10 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। मेजा थाने में उसकी हिस्ट्रीशीट है। उस पर हत्या का प्रयास, मारपीट, बवाल तोड़-फोड़, सरकारी काम में बाधा डालने, सड़क जाम करने, चुनाव के दौरान हंगामा करने के आरोप में मुकदमे दर्ज हैं।